सर्दी में इस कारण बढ़ रहा ब्रेन हेमरेज और लकवा का खतरा

सबसे तेज न्यूज डेस्क
------------------------
स्वास्थ्य। सर्दियों में हार्ट अटैक के मामलों के साथ ही ब्रेन हेमरेज, ब्रेन स्‍ट्रोक और लकवा की शिकायतें भी बढ़ गई हैं। देशभर के अस्‍पतालों में अचानक ब्रेन हेमरेज या ब्रेन स्‍ट्रोक के मरीज बड़ी संख्‍या में पहुंच रहे हैं। बीमारियों की चपेट में युवा भी तेजी से आ रहे हैं। कोविड के बाद अचानक बढ़ी इन बीमारियों के लिए वैसे तो डायबिटीज, हाई ब्‍लड प्रेशर, लाइफस्‍टाइल, खानपान सहित कई चीजें जिम्‍मेदार हैं लेकिन आपने कभी सोचा भी नहीं होगा कि विंटर में नहाना भी इन बीमारियों की प्रमुख वजह हो सकता है। हाल ही में बिहार के पीएमसीएच में हुई रिसर्च में ब्रेन हेमरेज और लकवे के पीछे नहाने के गलत तरीके को जिम्‍मेदार पाया गया है। इसलिए नहाने की आदत आपको अस्‍पताल पहुंचा दे, इससे पहले जरूरी है कि आप सतर्क हो जाएं और इस आदत को सुधार लें।
नहाने के गलत तरीके की वजह से हो रही बीमारियों पर एक्‍सपर्ट बताते हैं कि कोरोना की वजह से शरीर के लगभग सभी अंगों पर असर पड़ा है लेकिन कुछ सामान्‍य आदतें भी ऐसी हैं जो ब्रेन हैमरेज, हार्ट अटैक, लकवा, ब्रेन स्‍ट्रोक आदि बीमारियों को न्‍योता देती हैं। उन्‍हीं में से एक है विंटर में ज्‍यादा ठंडे या ज्‍यादा गर्म पानी से नहाने की आदत।

ज्‍यादा ठंडा या ज्‍यादा गर्म पानी नुकसानदेह:-
डॉ. बताते हैं कि विंटर में लोग या तो ठंडे पानी से नहा लेते हैं या फिर ठंड से बचने के लिए तेज गर्म पानी से नहाते हैं। ये दोनों ही सही नहीं हैं। इसके अलावा लोग सबसे पहले सिर पर पानी डालते हैं, बस यहीं से नुकसान शुरू हो जाता है। सिर पर सीधे ठंडा पानी डालने से सिर में रक्‍त की नलिकाएं सिकुड़ने लगती हैं या फिर ब्‍लड का थक्‍का जम जाता है, इससे ब्रेन स्‍ट्रोक या लकवा होने के चांसेज होते हैं। साथ ही शरीर के अन्‍य अंगों में खून की गति रुक जाती है और हार्ट अटैक या पैरालिसिस हो सकता है। वहीं सिर पर तेज गर्म पानी डालने से इसके विपरीत प्रक्रिया होती है। गर्म पानी से खून का दवाब नलिकाओं में बढ़ जाता है, बीपी बढ़ता है और नस फटने का खतरा पैदा हो जाता है, ऐसे में ब्रेन हेमरेज हो सकता है।

शॉवर के बजाय बाल्‍टी में पानी से नहाएं:-
डॉ. कहते हैं कि विंटर में अगर गर्म या ठंडे पानी से नहा रहे हैं तो पहले तो पानी को सामान्‍य गर्म या सामान्‍य ठंडा रखें। इसके अलावा शॉवर से बिल्‍कुल न नहाएं, कोशिश करें कि बाल्‍टी में पानी भरकर मग से नहाएं। गीजर से सीधे शॉवर में पानी आने के चलते पानी तेज गर्म भी होता है लेकिन बूंदों के आने के कारण उसका एहसास नहीं हो पाता है हालांकि यह नुकसान पहुंचाता है। इसके अलावा सबसे पहले पैरों पर पानी डालें, उसके बाद शरीर के अन्‍य अंगों पर और फिर सिर पर पानी डालें। सीधे सिर पर पानी डालने से ब्रेन और हार्ट संबंधी बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है।



अन्य समाचार
  • जिलाधिकारी की अध्यक्षता में संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान के जनपद स्तरीय अंतर्वभागीय बैठक संपन्न

  • आंगनवाड़ी केंद्रों के उत्कृष्ट रखरखाव के लिए, राज्यपाल द्वारा सीएमओ को किया गया सम्मानित

  • हृदय के लिए घातक होगा मौसमी बदलाव : डॉ संजय सिंह

  • रोटरी गवर्नर ने किया यात्री प्रतीक्षालय और हर्बल वाटिका का शुभारंभ

  • *एजुकेशन टुडे ग्रुप के डिजिटल लर्निंग टूल्स में डालिम्स सनबीम मऊ हुवा सम्मानित*

  • राजन बने 5वीं राज्य स्तरीय योगासन खेल प्रतियोगिता के कंपटीशन डायरेक्टर

  • इनरव्हील क्लब की महिलाओं ने मनाया हरियाली तीज महोत्सव

  • बाढ़ से प्रभावित लोगों को तत्काल पहुंचाए राहत:- कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान

  • उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने पुलिस अधीक्षक के साथ कई केंद्रों का किया निरीक्षण

  • बड़ी उपलब्धि: लखनऊ में सम्मानित हुए डॉ असगर अली

  • तमसा नदी के बंधे पर रोटेरियन ने लगाए 75 पौधे

  • सूर्य प्रताप भारती बने अध्यक्ष

  • प्रतिभा सम्मान: जिले के अव्वल 20 छात्रों को रोटरी क्लब मऊ ने किया सम्मानित

  • रोटरी क्लब मऊ: नई कार्यकारिणी के अध्यक्ष प्रदीप सिंह और सचिव पुनीत ने श्रीवास्तव कार्यभार संभाला

  • शिक्षारत्न विजय शंकर यादव की स्मृति में मेधाविता सम्मान छात्रवृत्ति योजना के तहत सम्मानित हुए मेधावी छात्र-छात्राएं

  • चन्द्रा प​ब्लिक स्कूल में मना पृथ्वी दिवस

  • कैरियर